याद है मुजे आज भी वो तेरा शरमाके मुँह छुपाना
वो चाँद से चेहरे पे हसीं झुल्फो का लेहराना
.
वो तेरी मीठी सी बाते वो तेरा हँसना हसाना
वो आंचल के परदे मे शरमाके छुप छुप जाना
.
वो तिरछे नयन से वार करके बतियाना
वो मीठी सी मुश्कान को बिखेरते चले जाना
.
वो उंगलियो से मेरे सर को सहलाना
वो प्यारा सा पागल सा दिल तेरा दिवाना
.
कहा छुपे हो अब आओ मुजे सम्हालो
मेरे भटकते मनको एक विरामपे पहुंचाओ
.......सरल सुतरिया .....
वो चाँद से चेहरे पे हसीं झुल्फो का लेहराना
.
वो तेरी मीठी सी बाते वो तेरा हँसना हसाना
वो आंचल के परदे मे शरमाके छुप छुप जाना
.
वो तिरछे नयन से वार करके बतियाना
वो मीठी सी मुश्कान को बिखेरते चले जाना
.
वो उंगलियो से मेरे सर को सहलाना
वो प्यारा सा पागल सा दिल तेरा दिवाना
.
कहा छुपे हो अब आओ मुजे सम्हालो
मेरे भटकते मनको एक विरामपे पहुंचाओ
.......सरल सुतरिया .....
No comments:
Post a Comment