Sunday 11 September 2011

अहम्..

मै'' मै '' (अहम् ) की फुत्कार सर पे चडकर बोली
मै'' ही सर्वोपरी तुम सबकी, तोलकर ये बोली ।
जब छोड दिया अहम् तो मन निर्मल हुआ
'' मै'' नही ''हम'' है सब ये खिलते मन से बोली....
............................ सरल सुतरिया........

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