आज मौसम ने करवट बदली है
सैया के होटों पर मुश्कान ने जगह पाइ है
युं तो खिलखिलाते थे रोज दिनभर
पर आज इस मुश्कान ने गजब ढाइ है ॥
.
आंखो मे उनकी चमक छाइ है
पास मुजे अपने बुलाइ है
मुश्कुराके मेरा हाथ थाम लिया तो
सैया के होटों पर मुश्कान ने जगह पाइ है
युं तो खिलखिलाते थे रोज दिनभर
पर आज इस मुश्कान ने गजब ढाइ है ॥
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आंखो मे उनकी चमक छाइ है
पास मुजे अपने बुलाइ है
मुश्कुराके मेरा हाथ थाम लिया तो
शरमाके मैने पलक झुकाइ है ॥
.............. सरल सुतरिया........
.............. सरल सुतरिया........
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